
कापसी में लगातार मिल रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों के चलते वहां संक्रमण बढ़ने का खतरा है। इसे देखते हुए ग्राम पंचायत ने 28 अगस्त से 3 सितंबर तक बड़े कापसी तथा छोटे कापसी में टोटल लॉकडाउन करने का निर्णय लिया है। इस दौरान रविवार तथा गुरुवार को लगने वाले साप्ताहिक बाजार भी पूर्णत: बंद रहेंगे। इसके चलते कापसी में गुरुवार को सब्जियां दो से तीन गुना कीमतों में बिकीं। यहां केवल मेडिकल स्टोर चालू रहेंगे। दूध, फल तथा खाद बीज सप्लाई के लिए सुबह 10 से शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। कापसी में पहले छोटे कापसी के आश्रित ग्राम पीवी 130 में 2 तथा फिर 25 अगस्त को कापसी क्वारेंटाइन सेंटर में 3 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके अलावा बड़ी संख्या में कापसी में प्रवासी मजदूर लौटे हैं। वर्तमान में पंचायतों में क्वारेंटाइन सेंटर बंद होने से मजदूरों को होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है लेकिन कापसी में होम क्वारेंटाइन के बावजूद बाहर से आने वाले मजदूर बाहर घूमते रहते हैं। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। ग्राम पंचायत द्वारा कापसी में एक सप्ताह टोटल लॉकडाउन का निर्णय लिए जाने से गुरुवार को सब्जियों के दाम बेहद बढ़ गए। सामान्य दिनों में 30 से 40 रूपए किलो बिकने वाली सब्जियां 100 रूपए किलो तक बिकीं। पत्ता गोभी कापसी में सौ रूपए किलो बिकी।
पहलेे ग्राम पंचायत ने ही बरती थी लापरवाही
कापसी क्षेत्र में कापसी प्रमुख बाजार है और इसे लंबे लॉकडाउन का निर्णय कापसी पंचायत ने लिया है इसका कारण भी पंचायत द्वारा बरती गई लापरवाही ही है। वर्तमान में पंचायतों में क्वारेंटाइन सेंटर बंद हैं एेसे में कापसी पहुंच रहे मजदूरों को होम क्वारेंटाइन सही ढंग से कराने के बजाय एेसे ही छोड़ दिया जाता है। कापसी क्वारेंटाइन सेंटर में 25 अगस्त को मिले तीनों पॉजिटिव को रिपोर्ट आने से पहले ही छोड़ दिया गया था जिसके चलते वे पूरी बस्ती में घूम रहे थे। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने से बाद से कापसी में दहशत का आलम है।
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