
नियमितीकरण की मांग को लेकर 4 दिनों से आंदोलन कर रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों पर मंगलवार को प्रशासन ने कार्रवाई की है। प्रशासन ने 10 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। मालूम हो कि नियमितीकरण की मांग को लेकर जिले भर के एनएचएम कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। कर्मचारी मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन करने की बात कह रहे हैं। रविवार को सीएचएमओ ने उन्हें 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए काम पर वापस लौटने का निर्देश दिया था। इसका कर्मचारियों पर कोई असर नहीं हुआ और वह मंगलवार को चौथे दिन भी हड़ताल पर डटे रहे। सविंदा कर्मचारियों की इस हड़ताल से जिले भर में अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा गई है। अधिकारियों ने बताया कि नियमित कर्मचारी पूरी मुस्तैदी से काम कर रहे हैं, लेकिन जानकारी के मुताबिक कोरोना जांच पर कर्मचारियों की हड़ताल का व्यापक असर पड़ा है। 24 घंटे के अल्टीमेटम की मियाद पूरी होते ही प्रशासन एक्शन में आ गया। प्रशासन ने जिले के 10 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इनमें शुभम अग्रवाल, उपेंद्र सिंह सिकरवार, सन्तू कर, अमित वर्मा, राकेश चतुर्वेदी, ओपी राजवाड़े, भूपेंद्र देवांगन, विनीत खरे, आंचल जायसवाल व महेंद्र ठाकुर के नाम शामिल है। इधर कर्मचारियों ने बताया है कि उन्हें अभी इस तरह का कोई आदेश नहीं मिला है। इधर हड़ताली कर्मचारियों ने बर्खास्तगी के आदेश की प्रतियों को जलाते हुए सामूहिक रूप से त्याग-पत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नाम सौंप दिया है। कर्मचारियों ने कहा है कि मांग पूरी होने तक वह आंदोलन में डटे रहेंगे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3hTSL8R
No comments:
Post a Comment