पीपीआर मॉल से गोल्ड किटी के नाम पर ठगी मामले की दो महीने से चल रही जांच में रकम 32.50 करोड़ रुपए पहुंच गई है। पुलिस ने जब एफआईआर दर्ज की थी तब रकम 25 करोड़ रुपए थी। अब तक पुलिस इस केस में करीब पांच करोड़ रुपए की जायदाद व कारें भी बरामद कर चुकी है। ठगी कांड की जांच के लिए बनी एसआईटी के मेंबर व एसएचओ कमलजीत सिंह का तबादला थाना-8 में कर दिया गया है।
अभी सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने यह क्लियर नहीं किया है कि पुराने एसएचओ कमलजीत सिंह एसआईटी के मेंबर होंगे या फिर नए एसएचओ इंस्पेक्टर रमनदीप सिंह उनकी जगह मेंबर लेंगे। थाना 8 के एसएचओ सुखजीत सिंह का तबादला मुक्तसर हो गया है। ठगी कांड की जांच एडीसीपी हरविंदर सिंह डल्ली की सुपरविजन में एसीपी हरिंदर सिंह गिल, मक्खन सिंह, साइबर सेल की इंचार्ज मोनिका, आर्थिक अपराध शाखा के इंचार्ज सुरिंदर सिंह और एसएचओ कमलजीत सिंह कर रहे थे।
बता दें कि 13 जुलाई को पीपीआर मॉल की तीसरी मंजिल में चल रही उक्त कंपनी का ठगी कांड सामने आया था। पुलिस ने 16 जुलाई को 25 करोड़ की ठगी का पर्चा दर्ज कर कंपनी के डायरेक्टर रंजीत सिंह वासी शिव विहार, उनका साला गगनदीप सिंह वासी हरदीप नगर और साढू गुरमिंदर सिंह फरार हो चुके थे। रंजीत और गगन जेल जा चुके हैं। दो महीने बीत जाने के बाद पुलिस फरार किसी भी आरोपी को पकड़ नहीं पाई है।
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