
केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए पास किए गए विधेयकों के विरोध की कड़ी के तहत वीरवार को जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रभारी संदीप जाखड़ के नेतृत्व में ट्रैक्टर रैली निकाली गई। क्योंकि इस रैली का सीधा टच किसानों से था, इसलिए जाखड़ ने इसे ग्रामीण इलाके खुईयांसरवर से शुरु किया। जिसमें बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टरों को लेकर पहुंचे और नरेंद्र मोदी किसान विरोधी नारों से केंद्र सरकार को जगाने का प्रयास किया गया।
हांलाकि अभी कुछ किसानों को इन विधेयकों के बारे में विस्तार से जानकारी भी नहीं है, लेकिन देश में बन चुके माहौल के तहत हर किसान यह समझ चुका है कि मोदी सरकार ने अपने फायदे के लिए उन पर कोई बड़ा बोझ डाल दिया है जिसके नकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
जानकारी के अनुसार संदीप जाखड़ द्वारा कांग्रेस पार्टी के बैनर तले इस विरोध प्रदर्शन को आयोजित किया गया और सुबह 9 बजे किसान वर्ग तयशुदा स्थान खुईयांसरवर में पहुंचने शुरु हो गए थे। हजारों की संख्या में निकले इस काफिले का प्रतिनिधत्व संदीप जाखड़ ने ट्रैक्टर चलाकर किया। किसानों ने कहा कि खेती बिलों के बारे में सुनकर ये समझ में आता है कि सरकार किसान को लावारिस छोड़ना चाहती है।
अगर देश में मंडी व्यवस्था या फिर अन्य व्यवस्थाएं खत्म हो जाएंगी तो किसानों को फसल बेचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान मार्केट कमेटी के चेयरमैन सुरेंद्र बिश्नोई, जिला कांग्रेस प्रधान रंजम कामरा, आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान अनिल नागौरी, ढींगांवाली के पूर्व सरपंच सुशील सियाग आदि मौजूद रहे।
ट्रैक्टर रोष रैली के बाद मार्केट कमेटी के कांफ्रेस हॉल में पत्रकारों को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस प्रभारी संदीप जाखड़ ने कहा कि अकाली-भाजपा के नेता चीख-चीखकर कह रहे हैं कि विधेयकों के बाद किसान अपनी फसल कहीं भी बेच सकता है, जो पहले से ही लागू है। ऐसे में किसानों को गुमराह क्यों किया जा रहा है। विधेयक पास होने के बाद केंद्र सरकार किसानों को एमएसपी देने की बात कह रही है, जबकि बिल में ऐसा कुछ नहीं लिखा गया है कि ये एमएसपी किसानों को हमेशा के लिए दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि बिल पास होने के बाद मंडीकरण खत्म हाे जाएगा और कॉर्पोरेट घराने किसानों का शोषण करेंगे जिससे कालाबाजारी में बढ़ावा होगा। इसीलिए कांग्रेस किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस किसान विरोधी बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। संदीप जाखड़ ने कहा कि बिल पास होने से मंडीकरण खत्म हो जाएगा। बड़े लेवल पर मजदूरों का रोजगार भी खत्म हो जाएगा।
‘अंगुली काटकर शहीदी पाना चाहता है अकाली दल’
जाखड़ ने कहा कि जून महीने में ऑर्डिनेंस आने पर शिअद अकाली दल के प्रधान व फिरोजपुर से सांसद सुखबीर सिंह बादल व हरसिमरत कौर बादल द्वारा इस किसानों के फायदेमंद बिल कहा, लेकिन जब किसानों द्वारा उनका विरोध किया गया तो किसानों के फायदेमंद बिल कहने वाले अकाली दल के प्रधान द्वारा विधानसभा में अपना बयान बदलते हुए इसका विरोध किया। जाखड़ ने अकाली दल पर तंज कसते हुए कहा कि किसानों के विरोध के बाद हरसिमरत कौर बादल द्वारा इस्तीफा देना पड़ा। जिससे वह अंगुली काटकर शहीदी पाना चाहते हैं।
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