
कचांदुर के कोविड केयर सेंटर में शनिवार की रात से संचालित 55 बेड वाले आईसीयू को शुरू कर दिया गया। आईसीयू को मैनेज करने के लिए एमबीबीएस डॉक्टरों को कहीं किसी प्रकार की ट्रेनिंग नहीं दी गई। कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान उन डॉक्टरों के सहयोग के लिए जिम्मेदारों ने जिन नर्सिंग स्टॉफ की ड्यूटी लगाई, उन्हें भी आईसीयू के बारे में सही जानकारी नहीं है।
इस सेंटर के डॉक्टरों और स्टॉफ से बातचीत करने के बाद यह बात सामने आई है।
जानिए क्या है आदेश में...
18 सितंबर को सीएमएचओ दफ्तर से जारी आदेश के अनुसार 4 मेडिकल ऑफिसर (एमबीबीएस) छह स्टॉफ नर्स 19 सितंबर की सुबह से ही मोर्चा संभाल लिए हैं, लेकिन यहां के प्रभारी डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि उन्होंने कचांदुर केयर सेंटर के आईसीयू को शनिवार की रात रन कराया है।
इससे पहले जुनवानी के कोविड अस्पताल में सरकार ने 15 बेड वाले वेंटीलेटर युक्त आईसीयू जुनवानी के कोविड अस्पताल में रन कराया है। दोनों आईसीयू में फर्क सिर्फ यह कि जुनवानी में जहां वेंटीलेटर की भी सुविधा है, वहीं कचांदुर में फिलहाल वेंटीलेटर नहीं लगाया गया है। आईसीयू में मैनेज कर सकने वाले ट्रेंड डॉक्टर और स्टॉफ की कमी वहां भी है।
जानिए : 55 बेड वाले आईसीयू के डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टॉफ की जुबानी...
55 बेड वाले आईसीयू में 4 मेडिकल अफसर और 6 स्टॉफ नर्स की लगाई गई ड्यूटी, वहां वेंटीलेटर की सुविधा भी नहीं
कचंदुर में तैयार इस सेंटर को सीएमएचओ कार्यालय के पत्रों में आईसीयू कहा गया है, जबकि कलेक्टर ने इस वार्ड को केवल ऑक्सीजन बेडेड वार्ड बताया है।
ट्रेनिंग के नाम पर की गई खानापूर्ति...
14 सिंतबर को जिले के 20 डॉक्टरों को ऑनलाइन क्रिटिकल मैनेजमेंट ट्रेनिंग का प्रोग्राम रखा गया था। मास्टर ट्रेनर के तौर पर आर्थो रोग विशेषज्ञ डॉ. केडी तिवारी, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. लाल मोहम्मद और चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रवण दनोरिया पहुंचने वाले थे, लेकिन 2 घंटे की देरी के बाद भी केवल डॉ. केडी तिवारी पहुंचे। निजी कारणों से शेष दो ट्रेनर नहीं पहुंच पाए, लेकिन यह जरूरी ट्रेनिंग एक ट्रेनर के भरोसे रही। दो सीनियर डॉक्टर डॉ. केके जैन व डॉ. सुगम सावंत को समन्वय हैं।
विशेषज्ञों से जानिए: आईसीयू मैनेज करने की तय गाइड लाइन, सबसे जरूरी है ट्रेनिंग...
विशेषज्ञों के पैनल के मुताबिक एमडी मेडिसिन या एमडी चेस्ट ही कोरोना आईसीयू मैनेज कर सकता है। इसमें भी वेंटीलेटर की आवश्यकता पढ़ गई तो निश्चेतना विशेषज्ञ की जरूर होती है। वह नहीं तो क्रिटिकल केयर की ट्रेनिंग करने वाला कर सकते है। आईसीयू के छह बेड पर कम से कम एक ट्रेंड स्टॉफ जरूरी है। विशेषज्ञ के नहीं मिलने पर क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट की ट्रेनिंग वाले एमबीबीएस की ड्यूटी जरूरी है।
नोट- एक्सपर्ट पैनल.. डॉ. एच के गोवर्धन (एमडी मेडिसीन) डॉ. संजय गोयल (एनेस्थेटिक/क्रिटिकल केयर), डॉ. तिलेश खुसरो (एमडी, रिस्पेरेटरी मेडिसीन), डॉ. राजेश सिंहल (एमडी मेडिसीन)
कचांदुर में आईसीयू नहीं रन किया केवल ऑक्सीजन बेड बढ़ाया गया
कचांदुर के आईसीयू बिना ट्रेनिंग डॉक्टर व स्टॉफ की ड्यूटी लगा दी गई, यह तो गलत है?
पहली बात मै बता दूं कि कचांदुर में आईसीयू नहीं रन हुआ है। मरीजों को बेहतर उपचार दिलाने हमने केवल ऑक्सीजन बेडों की संख्या बढ़ाई है।
पर सीएमएचओ के ऑर्डर में तो आईसीयू मैनेजमेंट के लिए ही ड्यूटी लगाई गई है, सच क्या?
आईसीयू मैनेजमेंट की ट्रेनिंग संबंधी ऑर्डर सीएमएचओ से जारी हुआ है। आईसीयू रन करने जैसी कोई बात उस आर्डर में मेरे संज्ञान में नहीं आई है।
केयर सेंटर के प्रभारी डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि वह खड़े होकर आईसीयू रन कराए है?
मेरी जानकारी में वहां केवल ऑक्सीजन बेड ही बढ़ाया गया है। सीएमएचओ कार्यालय के अधिकारी उसे आईसीयू क्यों कह रहे हैं, मै पता करता हूं।
कचांदुर में आईसीयू रन करा दिया, मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी..
कोविड केयर सेंटर में आईसीयू रन करा दिया है। प्रथम फ्लोर से नीचे कैजुअलिटी में बेड शिफ्ट कराने में काफी मेहनत करनी पड़ी है। खड़े होकर मैने काम करवाया तब आईसीयू रन हो पाया है। मैनेज करने डॉक्टरों की ड्यूटी भी लगा दी गई है। डॉ. अनिल शुक्ला, प्रभारी कोविड केयर सेंटर
256 नए कोरोना मरीज मिले 24 घंटे में कैदी सहित 5 मौतें..
खतरा कम नहीं.. हेल्थ वर्कर, फोर्स के जवान फिर हुए संक्रमित...
हेल्थ रिपोर्टर | भिलाई
जिले में शनिवार को सिर्फ 256 नए कोरोना मरीज मिले हैं। हमेशा की तरह इनमें भी हेल्थ वर्कर, बीएसपी कर्मी और फोर्स के जवान शामिल हैं। जिले में अब तक 3455 के रिकवर हो जाने से एक्टिव मरीजों की संख्या 4633 रह गई है। यानी की जिले में मिले कुल पॉजिटिव मरीजों में से लगभग आधा रिकवर हो चुके है। आधा से ज्यादा मरीज सितंबर के इन 19 दिनों में मिले हैं। इन पॉजिटिव मरीजों के अलावा 24 घंटे में सेंट्रेल जेल में 1 कोरोना पीड़ित कैदी सहित 5 लोगों की मौत हुई है। अबतक जिले में कुल कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा 275 के पार चला गया है। इधर प्रतिदिन 2 हजार सैंपलों लिए जाने का दावा किया गया, लेकिन रविवार को महज 200 सैंपल लिए जाने की खबर है। अधिकांश जगहों पर सैंपल नहीं लिए जा सके।
कहां, कब किसकी मौत...
61 वर्षीय पुरुष, गतवा तालाब, स्पर्श में, 20 को मौत।
68 वर्षीय पुरुष, सेंट्रल जेल, कोविड अस्प...., 20 को।
45 वर्षीय महिला, खुर्सीपार, कोविड अस्प..., 20 को।
66 वर्षीय पुरुष, सेक्टर-4, कोविड अस्पताल, 20 को।
75 वर्षीय पुरुष, हरी नगर, कोविड अस्पताल, 19 को।
कोविड को लेकर केंद्रीय मंत्री से मिले सांसद बघेल
दुर्ग सांसद विजय बघेल राज्य के अन्य सांसदों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मिले। इस दौरान बघेल ने राज्य में कोविड के इलाज की व्यवस्था को नाकाफी बताया। उन्होंने कहा कि दुर्ग सहित राज्य के अन्य स्थानों में स्थिति चिंताजनक है।
विधायक ने सीईओ से कहा वेंटीलेटर मगाएं..
विधायक और महापौर देवेंद्र यादव ने रविवार को बीएसपी प्रशासन के साथ हुई बैठक में 50 वेंटीलेटर की व्यवस्था करने को कहा। बताया कि इक्यूपमेंट के अभाव में किसी कर्मचारी की मौत से उन्हें बहुत दुख होता है। उनकी इस मांग पर सीईओ ने हामी भर दी।
शंकराचार्य कॉलेज में सरकारी दर पर होगी कोरोना जांच...
शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज की लैब में सरकारी दर पर कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की जाएगी। जांच के लिए कोई भी कोई भी सुपेला चौक पर कॉलेज कार्यालय के निकट और कॉलेज परिसर में सैंपल दे सकता है। यह जानकारी कॉलेज के चेयरमैन आईपी मिश्रा ने दी है।
शंकराचार्य कॉलेज में सरकारी दर पर होगी कोरोना जांच...
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