ग्राम हाटकोंगेरा में मादा भालू सड़क पर मरी हुई पड़ी हुई थी। रविवार की सुबह जब ग्रामीण निकले तो मादा भालू मृत पड़ी मिली, वहीं उसका शावक उसके पास था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। टीम मौके पर पहुंचकर शावक को पकडऩे की कोशिश की लेकिन वह भाग गया।
18 अक्टूबर को हाटकोंगेरा के आवासपारा में सड़क पर मादा भालू को देखकर ग्रामीण दहशत में आ गए। सड़क पर मादा भालू के लेटे होने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। लेकिन काफी देर तक मादा भालू द्वारा हलचल नहीं किए जाने पर ग्रामीणों को शक हुआ। इस पर उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी। टीम ने मौके पर पहुंच कर भालू के पास पहुंची, तब भालू के मृत होने की जानकारी हुई। मादा भालू के पास ही शावक भी था, जिसे विभाग की टीम पकडऩे का प्रयास की, लेकिन वह मौके से भाग गया। भालू की मौत कैसे हुई यह स्पष्ट नहीं हो पाया गया। भालू के शरीर पर बाहरी चोट नहीं आई है। टीम मादा भालू के शव को अपने साथ ले आई। कांकेर में भालू का तीन डाक्टरों ने पोस्टमार्टम किया, लेकिन अभी तक वन विभाग के अधिकारियों को पीएम रिपोर्ट नहीं मिली है।
पीएम रिपोर्ट नहीं मिल पाई
कांकेर वन परिक्षेत्र अधिकारी संदीप सिंह ने कहा अभी पोस्ट मार्टम रिपोर्ट नहीं मिल पाया है। इससे मादा भालू के मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। बाहरी चोट नहीं है, अंदरूनी कारण हो सकता है। पीएम रिपोर्ट आने पर ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
दूसरे दिन भी शावक की खोजबीन रही जारी
मादा भालू का एक बच्चा भी है। मादा भालू रास्ते में मरा हुआ मिला और उसका शावक आसपास झील में घूम रहा था। उसे वन विभाग ने देखा। शाम के दौरान भी शावक उक्त स्थल पर पहुंचा था। जहां मादा भालू सुबह मरी पड़ी थी। शावक का उम्र 1 साल है। प्रयास करने के बाद भी वन विभाग की टीम शावक को नही पकड़ पाई। दूसरे दिन भी वन विभाग की टीम शावक को पकडऩे के लिए ग्राम हाटकोंगेरा में सुबह के दौरान पहुंची, लेकिन शावक कही नहीं मिला।
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