
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रामीण अंचल तक गुणवत्ता युक्त शिक्षा पहुंचाने की योजना तैयार की है। इसके लिए स्कूलों की बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बजट उपलब्ध करा रही है। मनोरा में आईटीआई भवन निर्माण की आधारशिला रखते हुए जशपुर विधायक विनय कुमार भगत ने ये बातें कही।
उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा समय की मांग है। इसके लिए आवश्यक है कि आईटीआई और मिनी आईटीआई केंद्राें में शिक्षा के लिए सुविधा युक्त भवन के साथ छात्रों को सभी आवश्यक समान उपलब्ध कराया जाए। 2 करोड़ 38 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाला आईटीआई भवन मनोरा क्षेत्र में हो रहे विकास का प्रतीक है। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्हाेंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने पहाड़ी कोरवा और आदिवासियों का वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है। धर्मांतरण का भय दिखा कर उन्हें विकास की मुख्यधारा से दूर रखा है। लेकिन कांग्रेस ने दो साल के अंदर ही मनोरा, पंड्रापाठ, सन्ना सहित जिले के सभी पिछड़े हुए क्षेत्रों के विकास के लिए तेजी से काम किया है। इन क्षेत्रों में सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा के विकास पर तेजी से काम किया जा रहा है। भाजपा के 15 साल के कार्यकाल के दौरान जिलेवासियों को सड़क और पुल की मांगों को लेकर जल सत्याग्रह करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। लेकिन कांग्रेस के कार्यकाल में समस्या सामने आने पर तत्काल समाधान हो रहा है। बगीचा तहसील के तांबाकछार गांव का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को जैसे गांव में पुल ना होने से ग्रामीणों को हो रही परेशानी का पता चला, तत्काल दो पुल निर्माण की स्वीकृति देते हुए राशि जारी कर दी गई है। बारिश खत्म होते ही, पुल का कार्य शुरू हो जाएगा। कार्यक्रम में ममता भगत, संजीव भगत, अजय गुप्ता, सूरज चौरसिया, योगेश सिंह, राजेश सिन्हा, सूरज चौरसिया, अमित महतो, लालू यादव, किरणकांति सिंह, जनपद सीईओ अनिल तिवारी, लोकनिर्माण विभाग के ईई डीआर दरश्यामकर सहित ग्रामीण उपस्थित थे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2HXpIVt
No comments:
Post a Comment