
बारिश खत्म होते ही दंतेवाड़ा में रेत का अवैध खनन शुरू हो गया है। बिना पिटपास के रोज पचासों ट्रैक्टर रेत निकल रही है। जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर पातररास में शंखनी नदी से रोज रेत की अवैध ढुलाई की जा रही है और खनिज विभाग को खबर ही नहीं है। शंखनी नदी से अवैध रूप से निकाली जा रही रेत को ट्रांसपोर्टर महंगे दामों पर बचेली, किरन्दुल सहित दंतेवाड़ा शहर में खपा रहे हैं। एक ट्रैक्टर रेत का 2000 और एक टिप्पर से बचेली, किरन्दुल रेत पहुंचाने का 7 से 8 हजार रुपए ले रहे हैं।
जिला मुख्यालय के बालूद, दंतेवाड़ा, बालपेट, तुमनार, हितामेटा की रेत खदानों को ठेकेदारों द्वारा टेंडर में लिया गया है। टेंडर में ली गई खादन अभी शुरू नहीं हुई है। सरकारी खादन शुरू नहीं होने से अवैध रूप से रेत खनन करने वाले मनमानी तरीके से शासन को बिना रॉयल्टी पटाए रेत की ट्रांसपोर्टिंग का काम कर रहे हैं। दंतेवाड़ा सहित मसेनार, गंजेनार में भी रेत का अवैध काम जोरों पर चल रहा है।
जल्द होगी कार्रवाई: खनिज अधिकारी
मसेनार व गंजेनार में ट्रैक्टर से रेत निकालकर डंप कर महंगे दामों पर रेत बेचने वालों ने नदी-नालों में कब्जा कर रखा है। कब्जे वाले क्षेत्रों में दूसरे लोगों को रेत भरने नहीं दिया जाता है। पातररास में अवैध उत्खनन व मसेनार में सैकड़ों ट्रैक्टर रेत डंप होने की खबर खनिज विभाग को नहीं है। इस मामले में खनिज अधिकारी दंतेवाड़ा योगेश सिंह ने बताया जानकारी जुटाकर नदियों से अवैध रूप से रेत निकाल रहे लोगों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
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