
72 सीटर हवाई सेवा के लिए दरिमा एयरपोर्ट का परिचालन यूनिडायवर्सनल मोड में किया जाएगा। इस प्रकार की व्यवस्था यहां की भोगौलिक स्थिति के कारण होगी। 72 सीटर जहाज के परिचालन के लिए रन-वे की लम्बाई बढ़ाने से उत्तर दिशा की ओर मड़वा पहाड़ होने के कारण लैंडिंग की समस्या आ रही है। इसे दृष्टिगत रखते हुए दरिमा एयरपोर्ट में विमानों का परिचालन यूनिडायवर्सनल मोड में किया जाएगा जिसमें जहाज की लैंडिंग और टेक-ऑफ अलग-अलग दिशाओं से होगा। दरिमा एयरपोर्ट में ग्राम कोटया की ओर से लैंडिंग तथा मोतीपुर की ओर से टेक-ऑफ होगा। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने सोमवार को दरिमा एयरपोर्ट का निरीक्षण कर हवाई सेवा प्रारम्भ करने तेजी से काम करने को कहा। मंत्री भगत ने दरिमा एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन में लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग तथा एयरपोर्ट के नोडल अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विमान सेवा प्रारम्भ करने के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही जल्द करें। जमीन अधिग्रहण में जमीन मालिकों की सहमति अवश्य लें।
जल्द शुरू होगी हवाई सेवा
मंत्री ने कहा कि उड़ान योजना के तहत राज्य का उत्तरीय क्षेत्र को हवाई सेवा से जोड़ने के कार्य के तहत दरिमा एयरपोर्ट का विकास किया जा रहा है। जगदलपुर एयरपोर्ट से विमानों का परिचालन प्रारम्भ हो गया है। अम्बिकापुर से भी 72 सीटर विमान सेवा जल्द प्रारम्भ हो इसके लिए सभी की सामूहिक प्रयास जरूरी है।
ये भी रहे मौजूद: निरीक्षण के दौरान खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरूप्रीत सिंह बाबरा, जिपं सीईओ कुलदीप शर्मा, डीएफओ पंकज कमल, सीएसपीडीसीएल के सीई डीएस भगत, एसडीएम अजय त्रिपाठी मौजूद थे।
24 सौ हेक्टेयर भूमि की और है जरूरत
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने बताया कि वर्तमान में दरिमा एयरपोर्ट के रन-वे की लम्बाई 1516 मीटर है। 72 सीटर विमान परिचालन के लिए 2100 मीटर रन-वे की लम्बाई किया जाना है। अतिरिक्त 600 मीटर रन-वे निर्माण तथा अन्य तकनीकी आवश्यकताओं को देखते हुए करीब 24 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता है। भूमि अधिग्रहण के लिए ग्राम मोतीपुर, परसापाली एवं भाटापारा 54 खातेदारों के जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
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