
ग्राम बागोडार से सिदेसर चौक में 2 किमी मार्ग में पक्की सड़क व चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसमें ग्राम सिंगराय माकड़ी के कई किसानों की जमीन भी आ रही है। इसके चलते किसान चौड़ीकरण व सड़क निर्माण पर आपत्ति जता रहे हैं। किसानों का कहना है कि सड़क निर्माण में उनकी पट्टे की जमीन आ रही है। इस कारण उन्हे मुआवजा राशि दी जानी चाहिए, लेकिन विभाग बिना मुआवजा जमीन कब्जे में लेना चाह रही है।
ग्राम बागोडार से सिदेसर चौक में पक्की सड़क का निर्माण 2 किमी में किया जा रहा है। इसके लिए 76 लाख की स्वीकृति मिली है, जिसके चलते निर्माण शुरू किया जा चुका है। यह मार्ग पहले डब्लयूबीएम सड़क था। सप्ताह भर से निर्माण चल रहा है। सड़क को पक्की करने के साथ चौड़ा भी किया जा रहा है। इसमें सिंगराय माकड़ी के 25 व टूराखार के 15 किसानों की जमीन इसके जद में आ रही है। इसको लेकर किसानों ने आपत्ति जताई है।
किसानों का कहना हे कि उनका दोनों ओर कृषि भूमि की जमीन जा रही है। इसको लेकर मुआवजा राशि दिया जाना चाहिए। विभाग बिना किसान के अनुमति लिए 12 पेड़ गिरा दिया गया। इसको लेकर किसानों में नाराजगी है। ग्राम पंचायत को भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई। किसानों के अनुसार इससे उनका 2-2 मीटर जमीन जाएगा।
अभी 3 मीटर चौड़ा है मार्ग: अभी बागोडार से सिदेसर मार्ग की सड़क 3 मीटर चौड़ा है। लोक निर्माण विभाग के अनुसार 75 सेंटीमीटर चौड़ा और करना है। कुल 3.75 मीटर चौड़ा होना है।
लोक निर्माण विभाग की जमीन है : लोक निर्माण विभाग के एसडीओ विजलेश कुमार ने कहा सिदेसर मार्ग में सड़क के किनारे दोनों ओर लोक निर्माण विभाग की जमीन है। यदि किसान की पट्टे की जमीन है, तो आवेदन करें। इसके बाद जांच कराया जाएगा। इसमें मुआवजा कोई प्रावधान नहीं है। जब तक किसान खेत में फसल नहीं काट लेते है, तब तक सड़क चौड़ीकरण का काम नहीं किया जाएगा। मार्ग में सड़क का चौड़ीकरण होने से ग्रामीणो को ही आवागमन के लिए फायदा होगा।
सिंगराय माकड़ी के किसानों की बैठक हुई
सड़क निर्माण कार्य को लेकर ग्राम पंचायत सिंगराय माकड़ी के किसानों की बैठक भी हुई। इसमें बिना किसानों की सहमति लेकर चौड़ीकरण कार्य करवाए जाने को लेकर आपत्ति जताई और मुआवजा दिए जाने पर काम करवाए जाने की सहमति बनी। जबरन काम करवाए जाने पर मौके पर ही धरना प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया। गांव के किसान विजय धु्रव ने कहा चौड़ीकरण करने के दौरान खेत के किनारे लगे 12 जामुन के पेड़ को गिरा दिया गया। थोड़ी सी जमीन भी सभी किसानों के लिए काफी महत्व रखता है। किसान श्याम सिंह मंडावी ने कहा उनका खेत के दोनों ओर जमीन जा रहा है, जिससे उनका नुकसान हो रहा है। सोमनाथ संतराम जैन, भुखऊ राम जैन, शिवप्रसाद मंडावी, मनीराम शोरी, मन्नु उसेंडी, माधुरी नेताम ने कहा सड़क निर्माण होना चाहिए। इसमे ंकोई आपत्ति नहीं है, लेकिन किसानों की सहमति लेकर और उचित मुआवजा देकर चौड़ीकरण कराया जाना चाहिए।
पहले पगडंडी रास्ता था
पूर्व उपसरपंच शिवप्रसाद मंडावी ने बताया पहले सिदेसर मार्ग पंगडंडी रास्ता था। 1979 में किसानो ने अपनी जमीन सड़क निर्माण के लिए दिया। आखिर किसान कब तक अपनी जमीन मुफ्त में देते रहेंगे।
पंचायत से नहीं ली सहमति
गांव सिंगराय माकड़ी सरपंच सांवत राम नेताम ने कहा पंचायत से भी सहमति नहीं ली गई है। यदि किसानों का पट्टा की जमीन है, तो उन्हें उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/34gwUVG
No comments:
Post a Comment