
जिले के खड़का गांव में एक आदिवासी परिवार द्वारा धर्म विशेष ग्रहण किए जाने का मामला अब धीरे- धीरे शांत हो रहा था लेकिन गुरुवार को यह एक बार फिर तूल पकड़ा। इसके लिए मानवाधिकार कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं उन्होंने इस मामले को लेकर फिर से बवाल कर दिया है। यह आरोप गुरुवार को आदिवासी समाज के लोगों ने लगाया।
धर्म परिवर्तन करने वाले परिवार को आरक्षण का लाभ नहीं दिए जाने की मांग करते रैली निकाल राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम का ज्ञापन कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा को सौंपा। समाज के सदस्यों ने कहा कि मेधा पाटकर और बेला भाटिया की टीम के गांव में पहुंचने से वहां फिर से तनाव बढ़ गया है। धर्म परिवर्तन की इस घटना को लेकर ग्रामीण नाराज हैं। समाज के हरिशंकर नेताम, खेम नेताम व करण उइके ने कहा कि जब से मेधा पाटकर और बेला भाटिया गांव में पहुंची हैं तब से गांव वाले नाराज हैं। सदस्यों ने कहा कि इन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने गांव में जाने के बाद केवल धर्म परिवर्तन करने वाले परिवार से बातचीत की दूसरे पक्ष से बात करना तो दूर उनसे मिले तक नहीं। नेताओं ने कहा कि प्रशासन भी केवल मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की बातों को ही सुन रहा है । ये मानवाधिकार कार्यकर्ता अब दिल्ली जाकर अपनी बातें रखेंगी।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3egA2UQ
No comments:
Post a Comment