
अधूरी तैयारी के बीच मंगलवार से जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होगी। पहले दिन 123 केंद्रों में धान बेचने 2 हजार 120 किसानों को टोकन जारी किया गया है। जो 86 हजार 16 क्विंटल 40 किलो धान बेच पाएंगे। सॉफ्टवेयर में आ रही दिक्कत व बारदाने की कमी के चलते यह हालात बनें। जबकि लाइन लगाकर 40 हजार किसान ऋणपुस्तिका जमा कर चुके हैं। लगातार तीन दिन से किसान परेशान रहे। बावजूद जिम्मेदारों ने व्यवस्था नहीं सुधारी। यूं कहें कि ऑनलाइन के चक्कर में किसानों को लाइन लगाने की नौबत आई और आगे भी यह स्थिति बनेगी। रविवार व सोमवार को शासकीय छुट्टी होने के कारण कहीं टोकन जारी हुआ तो कहीं ताले लटके रहे। जूट बारदाना की कमी से 69 समिति जूझ रहे है। प्रशासनिक व्यय, खरीदी कमीशन लगभग 17 करोड़ रुपए नहीं मिला है। खरीदी की तैयारी पूरी होने के दावे के बीच दैनिक भास्कर ने वास्तविकता जाना।
खरीदी प्रभावित नहीं होगी: डीएमओ शशांक सिंह का कहना है कि धान खरीदी को लेकर जरूरत अनुसार समिति को बारदाने उपलब्ध करा दिए है। जूट के नए बारदाने के अलावा पुराने भी उपलब्ध कराए हैं। हालात अनुसार समितियां अपने स्तर पर उपयोग करेंगी। खरीदी प्रभावित नहीं होगी।
खरीदी की क्या तैयारी, 2 केंद्र व 2 सोसायटी से भास्कर लाइव
खरीदी केंद्र मेड़की
यहां सुबह 9.45 से 10.20 तक भास्कर टीम मौके पर रही। पहली बार मंगलवार से खरीदी शुरू होगी। विधायक प्रतिनिधि कमलेश श्रीवास्तव, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रेश हिरवानी मौके पर पहुंचकर तैयारी का जायजा ले रहे थे, 4 चबूतरा निर्माण, समतलीकरण कार्य हो चुका है। कम्प्यूटर कक्ष में ऑपरेटर इंटरनेट की परेशानी से जूझता रहा, कितने किसान यहां धान बेचने पहुंचेंगे पूछने पर कहा कि अभी नहीं बता सकता।
सांकरा क खरीदी केंद्र
यहां जब दोपहर 1.10 बजे पहुंचे तो बारदाना में सील लगाने का काम चल रहा था। 20 मिनट बाद शाखा प्रबंधक आरके दुबे, करहीभदर समिति प्रबंधक हेमलाल साहू, अध्यक्ष पुरानिक पहुंचे। स्थानीय प्रबंधक प्रकाश कुमार ने बताया कि 23 हजार पुराना व 3 हजार पीडीएस बारदाने उपलब्ध हंै। नया बारदाना नहीं मिला है। प्रतिदिन 1200 क्विंटल धान खरीदी के हिसाब से 3 हजार बारदाने की खपत होगी।
सेवा सहकारी समिति बालोद
भास्कर टीम सुबह 8.10बजे यहां पहुंची तो गेट में ताला लटका था। बगल में कागज में सूचना चस्पा किया गया था कि 28 से 30 नवंबर तक समिति बंद रहेगी। कई किसान पहुंचे फिर इसे देखकर वापस लौटे। प्रबंधक मधु सुदन देशमुख ने बताया कि पहले दिन के लिए 1400 क्विंटल धान बेचने किसानों को टोकन जारी किया जा चुका है। जो बारदाने पहुंच रहे है, उसे जरूरत अनुसार औराभाठा व मेड़की केंद्र में भिजवा रहे हैं।
सेवा सहकारी समिति हल्दी
यहां ऑनलाइन सिस्टम प्रक्रिया पूरा होने के बाद दोपहर 3.30 बजे के बाद 19 किसानों को टोकन जारी किया गया। जो मंगलवार को धान बेचेंगे। समिति अध्यक्ष हरदेव सार्वा ने बताया कि ऋणपुस्तिका जमा कर किसानों ने ही बंडल बनाया है और उसी में धान बेचने के लिए खुद समय तय किया गया है। जिसके अनुसार किसानों को टोकन जारी कर रहे हंै। 7500 बारदाने पहुंचे है, पुराना बारदाना नहीं पहुंचने पर जो है, उसी को देंगे।
2 मिनट गाइड-वो सब कुछ जो जानना जरूरी है
- सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक किसान धान को केंद्र में लाएंगे, समिति की ओर से उपलब्ध बारदाने का उपयोग करेंगे।
- समिति प्रबंधक या केंद्र प्रभारी नमी मापक यंत्र से धान क्वालिटी की जांच करेंगे यानी गीला, बदरा नहीं होना चाहिए।
- धान आवक के अनुसार खरीदी शुरू होगी, सुबह 7 से शाम 5 बजे तक अनिवार्य रूप से यह स्थिति रहेगी।
- खरीदी के पहले व बाद में किसान वार धान क्विंटल मात्रा रजिस्टर व कम्प्यूटर में एंट्री की जाएगी।
- मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा, तभी धान बेच पाएंगे। समिति से टोकन जारी होगा।
- एक केंद्र में अधिकतम 3000-3500 बारदाना धान खरीदी होगी। ओवरऑल 56 लाख क्विंटल से ज्यादा खरीदी होगी।
- सैनिटाइजर का छिड़काव होने के बाद ही किसानों की केंद्र में एंट्री दी जाएगी।
- किसान का रकबा कितना भी हो, टोकन 3 बार जारी होगा। खरीदी लिमिट को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
- फिलहाल रेसो नियम 50-50 लागू रहेगा यानी 50 नए व 50 पुराने बारदाने का उपयोग होगा।
- जिले में 1 लाख 30 हजार 889 किसान पंजीकृत हंै। पहली बार 10 हजार 145 नए किसानों ने पंजीयन कराया है।
जानिए, टोकन जारी होने में कैसी दिक्कतें आ रही
समिति की ओर से ऑनलाइन सॉफ्टवेयर सिस्टम में किसान कोड डाला जाता है, अगर रिकॉर्ड पूरा सही हो तभी टोकन जारी हो पा रहा है। बताया गया है कि अगर त्रुटि या बारदाना दर्शा नहीं रहा है तो टोकन जारी नहीं होगा। दरअसल टोकन में तिथि व बारदाने की संख्या, धान क्विंटल की मात्रा का उल्लेख किया जाता है। इसी के हिसाब से तय तिथि में धान की खरीदी की जाएगी।
ऑनलाइन सिस्टम होने से इस बार समस्या हो रही
पहले सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑफलाइन सिस्टम से टोकन जारी होता था। जिसे इस बार ऑनलाइन इंटरनेट सिस्टम से कनेक्ट किया गया है। जिसे जिले से लेकर रायपुर के अफसर भी देख रहे हैं। अगर सॉफ्टवेयर में बारदाना 0 बता रहा है तो डमी एंट्री नहीं हो पा रही है और टोकन जारी नहीं हो रहा है। वैसे भी बारदाने की समस्या अधिकांश समितियों में है।
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