
पिछड़े जिलों की सूची में शुमार जिला फिरोजपुर के बॉर्डर इलाके की ग्रामीण क्षेत्र की युवतियों के लिए पंजाब स्किल डेवेलपमेंट मिशन कारगर साबित हो रहा है। पंजाब स्किल डेवल्पमेंट मिशन के तहत जिले में चलाए जा रहे सेंटरों से ट्रेनिंग लेकर युवतियां अपने पैरों पर खड़ा हो रही है।
इसी कड़ी में पंजाब स्किल डेवेलपमेंट मिशन के तहत दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत चलाए जा रहे रूरल स्किल डिवेल्पमेंट सेंटर आरिफके से स्किल ट्रेनिंग लेकर 11 युवतियां ने नौकरी प्राप्त करने में सफलता हासिल की है। युवतियां नौकरी प्राप्त करने के बाद शुक्रवार की रात को पंजाब मेल से बेंगलुरू के लिए रवाना हुई। इन युवतियों को पंजाब स्किल डेवलपमेंट मिशन के जिला मिशन मैनेजर सर्बजीत सिंह ने मुंह मीठा करवाकर रवाना किया।
इस बारे में जानकारी देते हुए मिशन सर्बजीत सिंह ने बताया कि पंजाब स्किल डेवल्पमेंट मिशन के तहत जिले में से अब तक 960 उम्मीदवार स्किल डिवेल्पमेंट सेंटरों में ट्रेनिंग लेकर नौकरियां प्राप्त कर चुके हैं। वहीं यह ग्रामीण इलाकों की 11 युवतियां भी अब सीविंग मशीन ऑपरेटर की ट्रेनिंग प्राप्त कर बेंगलुरू की शाही एक्सपोर्ट कंपनी में नौकरी के लिए चयनित हुई हैं। इससे पूर्व 120 युवतियाें का शाही एक्सपोर्ट कंपनी में चयन हो चुका हैं। इनकी नौकरी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इन युवतियों को ज्वाइनिंग करते ही 11 हजार रुपए सीटीसी मिलेगा जिसमें से मात्र 700 रुपए हॉस्टल व फूड चार्ज देना होगा।
वहीं कंपनी की ओर से बॉर्डर एरिया की इन युवतियों को छूट देते हुए पहले माह हाॅस्टल फीस व फूड चार्ज में छूट दी है ताकि युवतियों को शुरुआत में आर्थिक तौर पर किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। वहीं डीडीयू स्कीम के तहत सरकार की ओर से पहले 6 माह तक इन युवतियों को 1 हजार रुपए प्रतिमाह हॉस्टल फीस व फूड चार्ज के तौर पर आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके साथ ही कंपनी की ओर से 6 माह में इस स्कीम के तहत जिले के 1 हजार उम्मीदवारों को नौकरी देने का वादा किया गया है।
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