
रविवार को भैंसासुर में हुए हादसे व सड़क की मांग पूरी नहीं होने को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। भानुप्रतापपुर-नारायणपुर मार्ग पर पोडगांव में रविवार से शुरू हुआ प्रदर्शन सोमवार रात तक जारी रहा। प्रशासन ग्रामीणों को सड़क से हटाने उन्हें समझता रहा, लेकिन प्रदर्शनकारी अड़े रहे। प्रदर्शनकारी अपनी मांग को लेकर इतने तटस्थ थे कि रात होने पर वे वहीं भोजन बनाने लगे और सड़क पर ही अड़े रहे।
रविवार को इलाके की पोडगांव से टेमरूपानी चारगांव तक कंडम सड़क को बनाने ग्राम पंचायत मासबरस में आसपास के सरपंचों की बैठक चल रही थी। इसी दौरान उन्हें जानकारी मिली कि भैंसासुर में माइंस जा रही ट्रक अनियंत्रित होकर एक घर में घुस गया। हादसे की खबर मिलने पर सभी बैठक छोड़ भैंसासुर पहुंचे और मार्ग को जाम कर दिया। दिनभर इसे लेकर प्रदर्शन चलता रहा। चारगांव माइंस को बंद करा दिया गया। रात तक मार्ग जाम रहा। यहां फिर से बैठक कर सड़क को लेकर रणनीति बनी और सोमवार सुबह ग्राम पंचायत लामकन्हार, पोडगांव, मासबरस, बुलावंड, टेमरूपानी, भैसासुर, मंडागांव, सुरेवाही के सरपंच, पंच व बड़ी संख्या में ग्रामीण पोडगांव पहुंच भानुप्रतापपुर-नारायणपुर मार्ग में सड़क पर बैठ चक्काजाम किया। बीच में टायर आदि जलाए गए तथा किसी को भी वहां से क्रास होने नहीं दिया गया। सूचना मिलते ही प्रशासन व फोर्स वहां पहुंची, लेकिन प्रदर्शनकारियों को समझा नहीं पाई। रात 8 बजे के बाद भी प्रदर्शनकारी वहां डटे रहे। महिला प्रदर्शनकारियों को वहां से वापस भेज दिया गया और पुरुष मांग पूरी होने तक सड़क पर चक्काजाम लगाने की बात दोहराते रहे।
लिखित में दिया आश्वासन नहीं माने : ग्रामीणों की मांग पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के ई एनके रात्रे ने लिखित में आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के अंदर मार्ग में सड़क बना दी जाएगी, लेकिन ग्रामीण चौड़ी सड़क बनाने की मांग करने लगे। इसके साथ ही अंतागढ़ एसडीओपी कौशलेंद्र पटेल ने ग्रामीणों को लिखित में आश्वासन देते कहा कि जब तक सड़क नहीं बनती इस मार्ग में ट्रक को चलने नहीं दिया जाएगा। लेकिन प्रदर्शनकारी तैयार नहीं हुए।
ग्रामीणों ने कहा- हमें 2 किमी नहीं 22 किलोमीटर तक चाहिए सड़क
ग्रामीणों ने कहा हमारी मांग पोडगांव से चारगांव तक 22 किमी तक डबल रोड बनाने की है। साथ ही अनियंत्रित वाहनों पर नियंत्रण लगाने की भी है। मांग पूरी होने तक चक्काजाम जारी रहेगा। ग्रामीणों ने कहा अधिकारी जिस सड़क बनाने की बात कह रहे हैं वह सिर्फ 2 किमी दूरी की है। हमें पूरी चारगांव तक चौड़ी सड़क चाहिए।
सांसद, विधायक मुर्दाबाद के लगे नारे
ग्रामीणों का आक्रोश इतना बढ़ गया कि वे कांकेर सांसद मोहन मंडावी व अंतागढ़ विधायक अनूप नाग के खिलाफ भी नारेबाजी करते मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। इसी दौरान शाम को दुर्गूकोंदल से वापस लौट रहे अंतागढ़ के पूर्व विधायक भोजराज नाग की वाहन भी जाम में फंस गई। पूर्व विधायक भी वहीं प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल होकर उनकी मांग को लेकर समर्थन करने लगे।
यात्री फंसे, भोजन का इंतजाम नहीं
इस मार्ग से नारायणपुर से निकली गाड़ी अंतागढ़ भानुप्रतापपुर होकर दुर्ग व रायपुर तक जाती है। जाम में अन्य वाहनों के बीच यात्री बसें भी फंस गईं, जिसमें दुर्ग जाने वाले यात्री थे। आसपास भोजन आदि की व्यवस्था नहीं होने से यात्री परेशान हुए।
एसडीएम ने कहा- समझाइश पर भी नहीं मान रहे ग्रामीण, मांग पर अड़े हैं
एसडीएम अंतागढ़ सीएल ओटी ने कहा ग्रामीणों को समझाया जा रहा है, लेकिन वे नहीं मान रहे हैं। रात तक वे सड़क से नहीं हटे हैं। वे सड़क निर्माण होने तक माइंस बंद रखने की मांग पर अड़े हुए हैं। स्थिति की जानकारी कलेक्टर को दे दी गई है। जैसा निर्देश मिलेगा आगे कार्रवाई की जाएगी।
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