
कई गांवों में किसान काफी समय से कृषि बोर के लिए अस्थायी कनेक्शन का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन किसानों को स्थायी बिजली कनेक्शन विद्युत विभाग से नहीं मिल रही है। इसके चलते किसान बास-बल्ली लगाकर बोर के लिए अस्थायी कनेक्शन लेकर खेती कर रहे। विद्युत विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जितना लक्ष्य शासन से स्थायी कनेक्शन देने के लिए मिलता है उतना वितरण सालभर में कर दिया जाता है। सत्र 2020- 21 में कांकेर विद्युत डिवीजन के अंतर्गत 292 स्थायी बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 160 स्थायी बिजली कनेक्शन का वितरण किया गया है।
विद्युत विभाग के कांकेर डिवीजन के अंतर्गत 4,671 अस्थायी बिजली कनेक्शन कृषि बोर पंप के नाम से है। यह अस्थायी बिजली कनेक्शन कांकेर, चारामा व नरहरपुर की है। काफी प्रयास के बाद खेतों तक बिजली पोल नहीं पहुंचने से किसानों ने बास-बल्ली लगाकर अपने खेतों तक बिजली कनेक्शन पहुंचाया है। कई बार बास-बल्ली गिर जाता है तब इससे दिक्कत किसानों की बढ़ जाती है। ग्राम खमढ़ोड़गी में सिर्फ एक ही स्थायी बिजली कनेक्शन गत वर्ष एक किसान को मिला है। फिर 8 किसान अस्थायी बिजली कनेक्शन से ही काम चला रहे हैं। गांव खमढ़ोड़गी के किसान बीरसाय कुंजाम ने तीन वर्ष तक बास-बल्ली लगाकर बोर के लिए अस्थायी कनेक्शन लेकर खेतों को सिंचित कर रहे थे, लेकिन बार-बार बल्ली जानवरों के साथ तेज बारिश व अंधड़ में गिर जाते थे। इसके बाद उन्होंने अस्थायी कनेक्शन ही कटवा दिया। ग्राम कोकपुर में 5 किसान है। जो पांच वर्ष से स्थायी कनेक्शन के लिए प्रयास कर रहे है, लेकिन स्थायी कनेक्शन नहीं मिल पाया है।
लाल माटवाड़ा के 20 किसान विभाग के लगा रहे चक्कर
ग्राम लाल माटवाड़ा में 20 किसान हैं, जो अस्थायी बिजली कनेक्शन काफी समय से चला रहे हैं। स्थायी कनेक्शन के लिए कई बार विद्युत विभाग के चक्कर लगा चुके हैं। लाल माटवाड़ा के किसान राजकिशोर शर्मा, संत साहू ने कहा सब्सिडी के तहत स्थायी बिजली कनेक्शन का लाभ मिलना था, लेकिन स्थायी बिजली कनेक्शन का फायदा अभी तक नहीं मिल पाया है और कुछ किसानों को भी इसका लाभ मिलना था। गांव लाल माटवाड़ा की सरपंच सगनी धनेलिया ने कहा गांव के किसान स्थायी बिजली कनेक्शन के लिए काफी समय से प्रयास कर रहे है। पंचायत भी विद्युत विभाग को अवगत करवा चुकी है। फिर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
लाल माटवाड़ा में दो भैंस की हुई थी मौत : ग्राम लाल माटवाड़ा में पांच साल पहले अस्थायी बिजली कनेक्शन में बास-बल्ली गिरने से दो भैंस की मौत हो गई थी। कई बार गांवों में बास-बल्ली गिरने से जानवरों की जान चली जाती है।
लक्ष्य के हिसाब से स्थायी कनेक्शन दे रहे : कांकेर विद्युत डिवीजन के कार्यपालन यंत्री एए सिद्दकी ने कहा शासन से जितना लक्ष्य स्थायी कनेक्शन वितरण के लिए मिलता है उतने किसानों को वितरण किया जाता है। सभी को क्रम से स्थायी कनेक्शन का वितरण किया जाता है।
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