
फाजिल्का जिले के लगभग 1100 आढ़तियों ने आईटी रेड के विरोध में हड़ताल की जिसके चलते बासमती की खरीद बंद रही। इस मौके पर एसोसिएशन के प्रवक्ता रविकांत डोडा ने बताया कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन का समर्थन करने के कारण सरकार उन्हें डराने के लिए यह कार्रवाई कर रही है।
आढ़तियों के खिलाफ आयकर विभाग की कार्रवाई के विरोध में हमने अपनी दुकानें चार दिन तक बंद रखने का फैसला लिया है। फाजिल्का अनाज मंडी में इस समय लगभग 5000 बासमती धान की बोरियां बिकने के इंतजार में पड़ी हैं और अगले 4 दिन तक हड़ताल के चलते किसानों को इंतजार करना पड़ेगा जबकि चार दिन तक पेमेंट का लेनदेन भी रुका रहेगा जिससे आढ़तियों व किसानों को परेशानी झेलनी पड़ेगी।
धान की 5000 बोरियों की खरीद रहेगी बाधित
डोडा के अनुसार फाजिल्का की अनाज मंडी में इस समय 5000 बासमती धान की बोरियां बिकने के इंतजार में पड़ी हैं। उनका कहना है कि उनका व किसानों का नहुं मांस वाला रिश्ता है इसलिए जब कभी भी किसानों को हमारी जरूरत होगी हम उनका कंधे के साथ कंधे मिलाकर सहयोग करेंगे। उनका कहना है कि केंद्र सरकार जानबूझ कर ऐसा काम कर रही है ताकि किसान आंदोलन से लोगों का ध्यान हट जाए।
जलालाबाद के आढ़तियों ने भी आईटी रेड का किया विरोध
बीते दिनों इनकम टैक्स विभाग द्वारा राज्य के साथ संबंधित आढ़तिया यूनियन के प्रधान विजय कालड़ा और अन्य पदाधिकारियों के घरों और दफ्तरी स्थानों पर हुई छापेमारी के विरोध में फेडरेशन अॉफ आढ़ती यूनियन के आह्वान पर जलालाबाद के समूह आढ़तियों द्वारा अपनी दुकानें बंद रखी गई। यूनियन के प्रधान चंद्र प्रकाश खैरेके और चेयरमैन जरनैल सिंह मुखीजा ने बताया कि बीते दिनों इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी केवल एक केंद्र सरकार के दबाव पर की गई है क्योंकि केंद्र सरकार ऐसा दबाव बना कर किसानों के आंदोलन को कमजोर करना चाहती है।
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