
सिटी में सॉलिड वेस्ट की समस्या को खत्म करने के लिए निगम द्वारा शुरू किए गए सेग्रीगेशन अभियान को एक बार फिर झटका लगा है। डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी और निगम के हेल्थ एंड सेनिटेशन एडहॉक कमेटी के चेयरमैन पार्षद बलराज ठाकुर के विरोध के बाद अलग-अलग वार्ड में 2.57 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 7 पिट्स का काम रोक दिया गया है। जबकि पिट में ही गीले कूड़ा को प्रोसेस करके
खाद बनाई जानी है, जिसको लेकर निगम ने सख्ती शुरू कर रखी है। शुक्रवार को हुई एफ एंड सीसी की मीटिंग में डिप्टी मेयर के विरोध के बाद सातों पिट के टेंडर पर रोक लगाने के बाद बी एंड आर के एसई से नई लोकेशन का सर्वे कर रिपोर्ट देने को कहा है। मीटिंग में 7 पिट्स के काम को छोड़ बाकी 8.54 करोड़ रुपए से छोटी सड़कें, सीवरेज और पार्क के टेंडर को मंजूरी दी गई है।
डिप्टी मेयर की कमिश्नर से हुई बहस, पार्षद बोले- हमारे वार्ड में पहले से डंप है, जिनके वार्ड का कूड़ा है, उनके इलाके में बनाएं पिट, एक साल से फंसा है पिट का टेंडर
टेंडर में देरी की रिपोर्ट मांगी, नई साइट का सर्व कराएंगे
मेयर जगदीश राजा ने कहा कि दो साइट के विरोध के बाद बाकी 5 पिट बनाने के लिए मंजूरी की बात हुई थी, लेकिन टेंडर एक साल पुराना है, जिसका रेट भी रिवाइज्ड होगा। कहां और क्यों देरी हुई, इसकी रिपोर्ट भी मांगी है, लापरवाही करने वालों की जिम्मेदारी तय करेंगे। साथ ही कहा है कि एतराज वाली जगह के लिए नई साइट का सर्वे कर रिपोर्ट दें।
किन 7 जगहों पर बनना है पिट... अर्बन एस्टेट फेस-टू डिस्पोजल, बस्ती पीरदाद एसटीपी, मिट्ठापुर कालोनी, गांव खुरला किंगरा, बाबू जगजीवन राम चौक, सुच्ची पिंड और होटल किंग की बैकसाइड दादा मोटर्स के बाहर डंप पर पिट बनाने के टेंडर कराया गया है।
डिप्टी मेयर ने कहा कि मैंने मीटिंग में विरोध जताया कि उनके वार्ड 44 में पहले से ही दशहरा ग्राउंड में डंप है, जहां उनके इलाके का कूड़ा मैनेज हो रहा है। ऐसे में उनके ही वार्ड में बाबू जगजीवन राम चौक पर एक और पिट नहीं बनने देंगे। जिस वार्ड का कूड़ा वहां आएगा, उसके वार्ड में जाकर पिट बनाया जाए। पिट बनाने से इंकार के मसले पर डिप्टी मेयर की कमिश्नर करणेश शर्मा से तीखी बहस भी हुई। दूसरी ओर मिट्ठापुर में बनने वाले पिट को लेकर पार्षद बलराज ठाकुर के विरोध का भी मामला मीटिंग में रखा गया। पार्षद ठाकुर ने इस बारे कहा कि प्रस्तावित साइट के आसपास आबादी बसी हुई, तो आने वाले समय में परेशानी पैदा होगी। इसलिए नई साइट की तलाश की जाए। मीटिंग में पार्षद गुरविंदर बंटी नीलकंठ ने पिट का टेंडर एक साल पुराना होने के मसले पर भी सवाल उठाया।
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