रोजगार की मांग को लेकर बेरोजगार ईटीटी टेट पास अध्यापकों ने सोमवार को जब शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला निवास का घेराव करने का प्रयास किया तो प्रशासन की ओर से मामले के हल के लिए सदस्यों सीएम के प्रमुख से बैठक का समय निश्चित करवा दिया। यूनियन के प्रतिनिधिमंडल की आज प्रमुख सचिव से बैठक होगी। ऐसे में यूनियन सदस्यों ने नौकरी मिलने तक डीसी दफ्तर के समक्ष दिन-रात धरना शुरू कर दिया है। सोमवार को जिले भर से जुटे यूनियन सदस्य रोष मार्च करते हुए शिक्षामंत्री विजय इंदर सिंगला निवास के समक्ष पहुंचे जहां बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बल ने बैरिगेट लगाकर यूनियन सदस्य को सिंगला निवास के 100 मीटर दूर रोक दिया। जिसके बाद यूनियन सदस्यों ने वहीं धरना शुरू कर दिया। जिसका पता चलते डीसी सतपाल शर्मा और नायब तहसीलदार केके मित्तल मौके पर पहुंच गए।
केके मित्तल की ओर से प्रदर्शनकारियों को मंगलवार को सीएम के प्रमुख सचिव के साथ पैनल बैठक का भरोसा दिलाया। जिसके बाद बेरोजगार अध्यापकों की ओर से सिंगला कोठी के सामने से धरना हटा डीसी दफ्तर के सामने पक्का धरना शुरू कर दिया।धरने को संबोधित करते हुए बेरोजगार ईटीटी टेट पास अध्यापक यूनियन के राज्य प्रधान दीपक कंबोज, सीनियर उप प्रधान संदीप सामा, राज्य प्रैस सचिव दीप बनासरी, निर्मल जीरा व सलिदर फाजिल्का ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा 2364 ईटीटी अध्यापकों की भर्ती निकाली गई है। जिसमें बीएड उम्मीदवारों को भी भर्ती करने की योजना बनाई गई है। जिस कारण ईटीटी उम्मीदवारों के हकाें पर डाका मारा जा रहा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि ईटीटी पोस्टों पर सिर्फ ईटीटी के योग्य उम्मीदवारों की भर्ती की जाए। बीएड उम्मीदवारों को ईटीटी पोस्टों पर अयोग्य करार दिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने इस संबंधी कोई फैसला जल्द न लिया तो संघर्ष दौरान होने वाले जानी माल नुकसान की जिम्मेवार पंजाब सरकार होगी।
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